बचपन मैं एक सवाल मन में कोंधता था की साँप बरसात में इतने ज्यादा क्यों दिखाई देते हैं। पता चला की उनके बिलों में पानी भर जाता है इसलिए वे बिलों से बहार आ जाते हैं। ऐसा ही सवाल आजकल मन में आजकल और कोंध रहा है। सवाल लाल कृष्ण आडवानी जी से जुडा है। सवाल है की आख़िर आतंकवादी बारदात होते ही आडवानी जी कहाँ से प्रकट हो जाते हैं? आप कह रहे होंगे क्या पहेली बुझाने लगा .....
सच में ..... मैं १०-१२ दिन से आडवानी जी को खोज रहा था। टीवी के चैनल बदल बदल कर मैंने रिमोट कंट्रोल ख़राब कर दिया। आख़िर सुनना चाहता था की आडवानी जी हिंदू पवन, हिंदू धर्मेन्द्र और हिंदू राहुल की मराठी विवाद के चलते हुयी मौत पर क्या कहते हैं। सुनना चाहता था की वे हिंदू टर्न मराठी हीरो राज ठाकरे द्वारा महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय घुसपेठियों के ख़िलाफ़ चलाये जा रहे अभियान की क्या व्याख्या करते हैं। गत दिनों आतंकवाद पर उन्होंने कहा था की 'हर मुसलमान आतंकवादी नही पर हर पकड़ा जाने वाला आतंकवादी मुसलमान होता है।' साध्वी प्रज्ञा की गिरफ्तारी के बाद उनके विचारों में क्या अन्तर आया। लेकिन वे कहीं नही दिखायी दिए। कल असाम में बम विस्फोट हुआ आडवानी जी ने तत्काल दर्शन दिए। सभी जगह उनकी प्रतिक्रिया सुनने और पढने को मिली। उन्हें आशंका है की घुसपेठिये बांग्लादेशियों का हाथ बम धमाकों के पीछे हो सकता है। बम विस्फोट होने के बाद काफी तेज चलता है इनका दिमाग। एकदम अनुमान लगा लेते हैं कोन हमलो के पीछे हो सकता है। निशाना भी अर्जुन की तरह लगाते हैं। बस एक ही है लक्ष्य मुस्लिम आतंकवाद का अंत। बंगलादेशी बोले तो .....
मुझे तो लगता है आडवानी जी विष्णु भगवान् के अवतार है । कलयुग में आतंकवाद का अंत करने के लिए ही आडवानी ली ने जन्म लिया है। जैसे राम ने त्रेता युग में रावन का और कृष्ण ने द्वापर युग में कंस का वध करने के लिए अवतार लिया था। यह बात अलग है की कृष्ण का जन्म जेल में हुआ था कंस बहार था। इसबार कंस जेल में अपना वध होने का इंतजार कर रहा है और कृष्ण बाहर वध करने को बैचेन हैं....आख़िर कलयुग है भाई ........