एक तरफ रुचिका को इंसाफ दिलाने की मुहिम चल रही है, वहीं राजस्थान में एक महिला के साथ बलात्कार के आरोपी पूर्व डीआईजी पिछले 13 सालों से लापता हैं। डीआईजी मधुकर टंडन पर अपने एक कांस्टेबल की पत्नी के यौन शोषण का आरोप है।
2 फरवरी, 1997 को पीड़ित महिला ने दौसा में डीआईजी के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया। मधुकर उस वक्त नोएडा में थे और तभी से वह गायब हैं।
अदालत ने डीआईजी के खिलाफ कई वारंट भी निकाले हैं, लेकिन डीआईजी साहब अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
डीआईजी ने कांस्टेबल की पत्नी मल्ली देवी को अपने नोएडा के घर में रखवाली के काम पर रखा था। इस दौरान डीआईजी ने मल्ली देवी का कई बार बलात्कार किया।
इस घटना को लेकर उस वक्त आंदोलन करने वाले दौसा के निर्दलीय सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने टंडन को अब तक गिरफ्तार नहीं किए जाने के विरोध में एक बार फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में वह मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिलने पहुंचे, लेकिन उनसे उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। मीणा इसके बाद मुख्यमंत्री निवास के पास धरने पर बैठ गए।
मीणा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "तत्कालीन भैरोंसिंह शेखावत सरकार के बाद से इस मामले को कभी गंभीरता से नहीं लिया गया। पीड़ित महिला 13 साल से न्याय मिलने की उम्मीद लगाई हुई है। घटना के बाद से ही डीआईजी फरार है। उसके खिलाफ वारंट भी जारी हुआ था पर वह अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है।"
स्रोत NDTV
Tuesday, December 29, 2009
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1 comment:
पता नही ये सब क्या हो रहा है....बहुत दुख होता है..
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